क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्र, मंदिरों के शहर भुवनेश्वर में वर्ष १९८९ में जन समुदाय के लिए स्थापित किया गया जहाँ बच्चे और वयस्क दोनों ही मजेदार विज्ञान प्रद्रशनों को अपने हाथों द्वारा चलाते हुए विज्ञान के बुनियादी सिद्धांतों को समझने और अपनी वैज्ञानिक प्यास बुझा सकने का अवसर पाते हैं | वर्तमान, विज्ञान केन्द्र का उदेश्य सिर्फ केवल शहरी जनता के लिए ही नहीं, बल्कि उड़ीशा राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों और वयस्कों के लिए इंटरैक्टिव, गतिशील और आकर्षक प्रदर्शन, प्रदर्शनियों, गतिविधिओं और कार्यक्रम के माध्यम से वैज्ञानिक जिज्ञासा और नवाचार प्रज्वलित करना है | केन्द्र के स्थापित होने से आज तक ४५,७०,०२० दर्शक एवं छात्र इस केन्द्र में भ्रमण करके विज्ञान प्रदर्शों और इसमें होने वाली विभिन्न गतिविधियों का आनन्द ले चुके हैं |
अग्रिम पंक्ति (बायें से दायें) : श्री परेश चन्द्र मरांडी , सुश्री आलती रानी मिश्र, श्रीमती सरिता बारा
दूसरी पंक्ति (बायें से दायें) : श्री रविंद्रनाथ मरांडी, श्री केदारनाथ महाराणा, श्री गदाधर महापात्र
तिसिरी पंक्ति (बायें से दायें) : श्री बिष्णु प्रसाद साहू, श्री रमानाथ बेहेरा, श्री रवि नारायण मोहंती , श्री प्रदीप दास, श्री सुशान्त कुमार डाकुआ
चौथी पंक्ति (बायें से दायें) : श्रीमती अर्चना खोसला, श्री निमाई चरण बेहेरा, श्री रजत रंजन सुतार, श्री अपुर्व ब्ररण विस्वास, श्री हिमांशु शेखर सत्पथी , श्री अमित कुमार मंडल